Monday, 10 October 2011

प्रभात 3

सवेरे  जो  आँख  खुली  देखा, वर्षा  श्रृष्टि  को  नवजीवन  देने  बरस  रही  है
सबके  जीवन  में  प्रभु  अनुकम्पा  और  सुख  समृद्धि  रहे  यही  कामना  है
शुभ  प्रभात 
September 15 at 10:08am

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